चित्रकूट: भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वाले अफसरों पर भी होगी सख्त कार्रवाई

DESK
3 Min Read

चित्रकूट। डाक विभाग में शाखा डाकपाल की भर्ती में फर्जीवाड़े की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग राजनीति दलों ने की है। उनका कहना है कि फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी पाने वालों के साथ ही भर्ती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

भारतीय डाक विभाग ने 2023 में चित्रकूट धाम मंडल के बांदा जिले में शाखा डाकपाल की भर्ती निकाली थी। इसमें मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया गया था और उन्हें मंडल के चित्रकूट, महोबा, बांदा, हमीरपुर के उप डाकघर में नियुक्त किया गया था। हालाँकि, भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर जांच की गई, जिसमें कई अभ्यर्थियों की मार्कशीट फर्जी पाई गई।

जांच में चित्रकूट की मऊ तहसील के हन्ना विनैका के डाकपाल शैलेंद्र यादव, राजापुर कुईकरौंदी के डाकपाल अंकित दुबे और खटवारा के बीपीएम उमेश कुमार शामिल पाए गए। इन सभी को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया गया है।

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया:

सपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज यादव ने इस मामले पर कहा कि “इस खेल में कई बड़े अधिकारी शामिल होंगे। उनके खिलाफ भी जांच कर कार्रवाई की जाए।” उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

माकपा के जिला सचिव रूद्र प्रसाद मिश्रा का कहना है कि “डाक विभाग के अन्य क्रियाकलापों की भी उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि तीन साल पहले कर्वी डाक विभाग के एक प्राइवेट एजेंट ने डाक विभाग की पास बुक में फर्जी मुहर लगाकर उपभोक्ताओं को लाखों का नुकसान पहुंचाया था। इस मामले में थाने में रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।


डाक विभाग में हुई इस भर्ती में फर्जीवाड़े की खबर ने सबको हैरान कर दिया है। राजनीति दलों की मांग है कि फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल करने वाले अभ्यर्थियों के साथ-साथ, भर्ती प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए। इससे न केवल विभाग की साख बढ़ेगी बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा।

Share this Article
Leave a comment